दो साल की गुम हुई मासूम को 24 घंटे के भीतर चक्रधरनगर पुलिस ने परिजनों से मिलाया
रायगढ़ 8 जून 2021
चक्रधर नगर थाना क्षेत्र के जुर्डा में सोमवार शाम को मिली गुमशुदा बच्ची के माता पिता अगले दिन सुबह उसे मिल गए। 2 साल की बच्ची जो अपने माता-पिता से बिछड़ने के बाद से सदमे में थी और कुछ नहीं बोल रही है थी उसे मूक-बधिर माना जा रहा था लेकिन आज सुबह जैसे ही बच्ची ने अपनी मां को देखा वह बोल उठी। बाल कल्याण समिति के मजिस्ट्रेट के समक्ष माता खुशबू सोनवानी और पिता अजय सोनवानी के सुपुर्द कर दिया। चक्रधर नगर थाना प्रभारी निरीक्षक अभिनवकांत सिंह के निर्देश पर प्रधान आरक्षक सतीश पाठक ने इस मुहिम का नेतृत्व किया उनके साथ प्रधान आरक्षक श्यामलाल महंत, आरक्षक संदीप मिश्रा, सुशील यादव कल शाम से जिया सोनवानी को उसके परिजनों से मिलाने में जुटे हुए थे।
शहर के सभी सोशल मीडिया में इस 2 साल की बच्ची की फोटो और मूक-बधिर संबोधित करते हुए फोटो वायरल हुई थी हर शहरवासी इस बच्ची को अपने स्तर पर परिजन से मिलाने के लिए प्रयासरत था। फेसबुक, वाट्सअप, ट्वीटर पर बच्ची की फोटो शेयर की गई। इन सब के पीछे प्रधान आरक्षक सतीश पाठक का हाथ था जिन्हें सूचना मिली कि जुर्डा के कलमीडीपापारा में पानी टंकी के पास एक गुमशुदा बच्ची है और वह कुछ बोल नहीं रही है। वह दल के साथ मौके पर पहुंचे तुरंत उसकी फोटो सभी सोशल मीडिया में शेयर की और गांव में मुनादी कराई। इसके बाद भी बच्ची के परिजनों का पता नहीं चल पाया। रात होता देख चक्रधर नगर पुलिस ने बच्ची का किरोड़ीमल शासकीय चिकित्सालय में शारीरिक परीक्षण व कोविड टेस्ट कराया। टेस्ट नेगेटिव आया तो उसे बाल संरक्षण समिति के माध्यम से मातृ-निलियम (बच्चों का आश्रम) भेज दिया। मंगलवार की सुबह सतीश के पास कोलाईबहार से चंद्रेश साहू का फोन आया कि इसके पिता इसी गांव के हैं, एक और फोन चमड़ा गोदाम से आया कि यहां उसके परिजन है। दरअसल जिया के माता-पिता साथ ही रहते हैं लेकिन कल पिता कोलाईबहार चले गए थे जिस पर उसकी मां को लगा कि बच्ची उन्हीं के साथ है। लेकिन थोड़ी ही देर बाद मां को बेटी की गुमशुदगी के बारे में पता चल गया। मंगलवार सुबह किसी परिचित ने उसे सोशल मीडिया में चल रही जिया की तस्वीर दिखाई तो उसने पहचान लिया। चक्रधर थाने में मां-पिता दोनों सुबह पहुंचे और फिर सतीश एंड टीम ने उन्हें बाल संरक्षण समिति के मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। वार्ड 38 चमड़ा गोदाम आदर्श नगर के पार्षद मुरारी भट्ट ने बच्ची और उसके परिजनों को पहचाना तब जाकर जिया को उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया।
जिया के माता पिता कबाड़ बीनकर अपना जीवन यापन करते हैं। सोमवार को दोनों पहाड़ मंदिर के पीछे कबाड़ बीनने गए थे। खुशबू जिया को लेकर थोड़ा आगे निकल गई उसे प्यास लगी और वह रूक गई लेकिन जिया चलते-चलते जुर्डा पहुंच गई। खुशबू को लगा कि बेटी अपने पिता के साथ होगी। पिता अजय वहां से कोलाईबहार आ गया था।
*पूरी टीम की मेहनत है : निरीक्षक अभिनवकांत सिंह*
प्रधान आरक्षक सतीश पाठक ने बताया कि जैसे ही मुझे बच्ची के बारे में पता चला मैंने सारे सोशल मीडिया ग्रुप में फोटो शेयर कर दी। शहर में हमने पेट्रोलिंग बढ़ा दी, जुर्डा के आसपास प्रधान आरक्षक श्यामलाल महंत लगातार रात भर इस संदर्भ में पूछताछ करते रहे। बच्ची के कुछ नहीं बोलने से हमें किसी भी तरह का सुराग नहीं मिल रहा था। सभी की मेहनत रंग लाई और अंतत: मंगलवार सुबह सफलता मिल गई। जो बच्ची कल से कुछ नहीं बोली थी वह अपनी मां को देखकर मां कहकर चिल्ला उठी।
चक्रधर नगर थाना प्रभारी निरीक्षक अभिनकांत सिंह ने कहा पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देशानुसार हमने पूरे थाना क्षेत्र में अपनी गश्ती बढ़ा दी है और बीट वाइज हमारे यहां के स्टाफ बेहद मजबूत हैं। इसी कारण हमने 24 घंटे के भीतर गुमशुदा बच्ची को उसके परिजनों से मिला दिया। सोशल मीडिया और हमारे स्टाफ की तत्परता रंग लाई।