रायगढ़ वन मंडल में करेंट लगने से 3 हाथियों की मौत, निष्क्रिय व लापरवाह वन अधिकारियों पर कार्रवाई की उठी मांग, सरकार उठा सकती है कड़ा कदम
रायगढ़। रायगढ़ वन मंडल के लापरवाह वन अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण बीती रात एक साथ 3 हाथियों की मौत हो गई। हाथियों की मौत करेंट लगने से हुई है। इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। वन्य जीवों की लगातार मौत के मामले में अब रायगढ़ वन मंडल के निष्क्रिय अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है।
मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ वन मंडल के अंतर्गत आने वाले तमनार वन परिक्षेत्र के बकचबा बीट के चुहकीमार स्थायी रोपणी में शनिवार सुबह तीन हाथियों का शव बरामद हुआ। जिसकी जानकारी वन अमला को हुई, तो डीएफओ समेत वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंचे। वन विभाग के नर्सरी के अंदर जहां यह हादसा हुआ है, वहां हाइटेंशन तार काफी नीचे झूल रहा था। जांच में पता चला है कि, 11 केवी तार की चपेट में आने से हाथियों की मौत हुई है। करंट की वजह से आस-पास के घास भी जले मिले हैं। जहां हादसा हुआ है, वहां तमनार रेंज के सामारूमा का जंगल हाथियों के आवागमन का रास्ता है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, घटना के बाद हाथी के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इस मामले में डीएफओ स्टाईलो मंडावी का कहना है कि, हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में लगातार मुनादी कराई जा रही थी। जिससे कोई जनहानि न हो, लेकिन यहां 3 हाथी करंट की चपेट में आ गए।
जिले में विचरण हाथियों की संख्या 158 तक पहुंच चुकी है। घरघोड़ा रेंज में 78 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। वहीं, अमलीडीह क्षेत्र में 48 और कमतरा इलाके में 30 हाथी मौजूद है। बताया जा रहा है बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यह घटना हुई है। वहीं वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारी जंगल का गस्त नहीं करते।
इतनी बड़ी घटना के बाद अब वन मंडल रायगढ़ के निष्क्रिय अफसरों पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है। इस वन मंडल में लगातार वन्य जीवों की मौत हो रही है। अब देखने वाली बात होगी कि राज्य सरकार इस मामले को कितनी गम्भीरता से लेती है।