CGPSC की राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा में भी अनियमितता, वित्त मंत्री ओपी से सीबीआई जांच कराने की मांग
रायगढ। वर्ष 2022 में सीजीपीएससी द्वारा आयोजित जल संसाधन विभाग की राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा दिलाने वाले अभ्यर्थियों ने प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी से परीक्षा में अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाते हुए सीबीआई से इस परीक्षा की भी जांच कराने की मांग की है।
पिछले दिनों वित्त मंत्री ओपी चौधरी के जनदर्शन में भाजपा नेता महेश शुक्ला के साथ पीएससी परीक्षा दिलाने वाले कुछ अभ्यिथियों ने परीक्षा मंे घोर अनियमितता बरते जाने की शिकायत की है। शिकायत में अभ्यर्थियों ने बताया कि वर्ष 2022 में सीजीपीएसी ने जलसंसाधन विभाग के राज्य अभियांत्रिकी सेवा के 83 पदों के लिए 28 अगस्त 2022 को प्रथम चरण लिखित परीक्षा ली थी। जो कि अब तक के राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा के इतिहास में सबसे कठिन प्रश्न पूछे गए। जिससे अधिकतर अभ्यर्थी जो पिछली राज्य अभियांत्रिकी परीक्षा 2020 में इन्टरव्यू के लिए चयनित हुए थे एवं जो अभ्यर्थी इस परीक्षा के कुछ महीने पहले हुए उप अभियंता जल संसाधन विभाग एवं कनिष्ठ अभियंता राज्य विद्युत मंडल की परीक्षाओं में टाप रैंक में सफल हुए हैं उनके मार्कस लगभग 55-65 प्रतिशत के बीच आए हैं जबकि कुछ अभ्यर्थियों द्वारा 83 प्रतिशत तक अर्जित किए हैं जो सीजीपीएसी द्वारा आयोजित अब तक के इतिहास में सबसे अधिक है। चयनित अभ्यर्थियों में कुछ रैंको पर जैसे 6 एवं 8 तथा 7 एवं 17 एक ही परिवार के हैं। जिनके अंक अन्य छात्रों से बहुत अधिक है, जो इस परीक्षा को संदेहास्पद बनाता हैं । परीक्षा में अनारक्षित पदों कुल24 में प्रथम रैंक के मार्कस, आखिरी अनारक्षित पद पाने वाले अभ्यर्थी से 158 अधिक है। जो की सीजीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाआंे के इतिहास में सर्वाधिक है। पिछले राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा 2020 में यह अंतर 35 अंकों का था।
परीक्षा में टाप 20 में से 15 अभ्यर्थियों के अंक 400 से अधिक हैं, जो किसी जटिल परीक्षा मंे लाना संदेहास्पद बनाता है विदित है कि ऐसे परीक्षार्थी जो पीछली राज्य सेवा अभियांत्रिकी परीक्षा 2020 में इन्टरव्यू के लिए चयनित हुए थे एवं जो अभ्यर्थी इस परीक्षा के कुछ महीनों पहले हुए उप अभियंता जल संसाधन विभाग एवं कनिष्ठ अभियंता विद्युत मंडल की परीक्षाओं में टाप रैंक से सफल हुए हैं उनके नंबर 320 से 370 के बीच में हैं।
ऐसे अभ्यर्थी जो 400 नंबर पाने मंे सफल हुए वे अभ्यर्थी इस परीक्षा के कुछ ही महीनों पहले हुए उप अभियंता जल संसाधन विभाग 400 पद एवं कनिष्ठ अभियंता छत्तीसगढ राज्य विद्युत मंडल 40 पद हेतु आयोजित परीक्षा में सफल नहीं हो पाए।
शिकायतकर्ता अभ्यर्थियों ने वित्त मंत्री से कहा कि जिस प्रकार सीजीपीएससी के गडबडी को देखते हुए सीबीआई से जांच कराई जा रही है उसी तरह इस परीक्षा की भी सीबीआई जांच की जानी चाहिए क्योंकि यह परीक्षा भी उसी समय 28 अगस्त 2022 को आयोजित की गई थी। अभ्यर्थियों ने कहा कि इस परीक्षा की भी सीबीआई जांच कराकर राज्य के 40 हजार परीक्षार्थियों को न्याय दिलाने की मांग की है।