डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 121वीं जयंती पर कमलम परिवार द्वारा किया गया श्रमदान व सफाईकर्मियों का सम्मान
रायगढ़। देश की एकता एवं अखंडता के लिए बलिदान देने वाले, भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 121वीं जयंती पर कमलम परिवार द्वारा कमला नेहरू पार्क, चक्रधर नगर में जननेता रोशनलाल अग्रवाल की स्वच्छता अभियान – हमारा श्रमदान के तहत पूरे परिसर में झाड़ू लगाकर श्रमदान किए। इस मौके पर नगर निगम के सफाईकर्मियों का माला पहनाकर सम्मान किया गया। तत्पश्चात ट्रांसपोर्ट नगर स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें भाजपा युवा नेता गौतम अग्रवाल, पूर्व जिला महामंत्री गुरविंदर सिंह घई, पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष रमेश छपारिया, पूर्व मंडल उपाध्यक्ष मित्रमणि त्रिपाठी समेत अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी।
*भाजपा युवा नेता गौतम अग्रवाल ने* उन्हें नमन करते हुए कहा कि उनके आदर्श लाखों लोगों को प्रेरणा देते हैं। डॉ. मुखर्जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन भारत की एकता और प्रगति के लिए समर्पित किए। उन्होंने एक विद्वान और बुद्धिजीवी के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी हमारे आदर्श भी है और हमारे प्रेरणा स्रोत भी है। जयंती पर उन्हें शत शत नमन करता हूँ।
*पूर्व जिला भाजपा महामंत्री गुरविंदर सिंह घई ने* कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया देश की एकता को और अधिक मजबूत करने की दिशा में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अद्वितीय प्रयासों के लिए प्रत्येक भारतीय उनका ऋणी है। देश में दो विधान – दो निशान नही चलेंगे.. का नारा देने वाले डॉ मुखर्जी ने पूरा जीवन देश को दिया। श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य दर्जा देने वाले और संविधान के अनुच्छेद 370 के कट्टर आलोचक थे। केंद्र की मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाकर सच्ची श्रद्धांजलि दी।
*पूर्व नगर अध्यक्ष रमेश छपारिया ने* गंभीर स्वर में कहा कि महज 3 सीटों वाली जनसंघ को आज भाजपा के वटवृक्ष के रूप में व विश्व की सबसे अधिक सदस्यता वाली राजनीतिक पार्टी बनाने की नींव रखी थी। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की जब भी नाम लिया जाएगा तो जनसंघ का ज़िक्र जरूर होता है। देश के लिए उनकी बलिदान को भारतवासी कभी नही भूलेंगे।
*पूर्व भाजपा मंडल उपाध्यक्ष मित्रमणि त्रिपाठी ने* जोरदार जयघोष करते हुए हुंकार भरके कहा कि जहाँ हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है। आवश्यक परमिट के बिना जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार किए जाने के बाद 1953 में कश्मीर में नजरबंदी के दौरान मुखर्जी की मृत्यु हो गई थी। प्रतिभा के धनी, अप्रितम शिक्षाविद, राष्ट्रनायक व 33 वर्ष की अल्पायु में विश्वविद्यालय में कुलपति बनना किसी काल मे न हुआ है और शायद कोई बन पाएगा। उन्हें यादकर श्रद्धांजलि अर्पित करता हू, नमन करता हू कहते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने की अपील की।
*पतंजलि भारत स्वाभिमान मंच, मॉर्निंग वाकर्स ग्रुप एवं प्रतिष्ठित गणमान्यों का रहा विशेष योगदान*
जननेता रोशनलाल अग्रवाल के अभिन्न शुभचिन्तकों में योगप्रिमियों और मॉर्निंग वाकर्स सोसायटी ग्रुप का विशेष स्थान रहा। उनकी आपसी तालमेल और विचारधारा लगभग एक जैसा होने के कारण आत्मीयता अटूट था। उनकी स्चच्छता अभियान को यादकर भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए भावपूर्ण योगदान दिया। उनके द्वारा चलाए गए 51 दिनों की स्वच्छता अभियान को यादकर आज उनके सुपुत्र गौतम अग्रवाल की अगवाई में जनहित कार्य को देख आशीर्वाद दिए। साथ ही सफाईकर्मियों को फूलमाला पहनाकर सम्मान भी किया। इस मौके पर जिला अध्यक्ष पतंजलि भारत स्वाभिमान मंच श्रवण केजरीवाल, गजाधर मिश्रा, ननकू राम चौहान, राजेश कनोजिया, संतोष साव, देवनारायण साहू, खगेश डनसेना, राजेश जैन, अशोक सराफ, रामनारायण अग्रवाल, संजय खेमका, रमेश अग्रवाल (बनवारी विष्णु), पुरुषोत्तम अग्रवाल, ललित बोंदिया, मीनुराम बोहिदार, प्रमोद अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल आदि महानुभावो की गौरवमयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
*इनकी रही विशेष उपस्थिति*
इस अवसर पर विशेष रूप से संजय बेरीवाल पल्लू, मनीष सोलंकी, श्रवण केजरीवाल, किशन अग्रवाल, प्रमोद सराफ, श्रीमती सुशीला आवडे, अय्यूब अली, नब्बू, राहुल सोनी, विष्णु मेहानी, मक्कू यादव, अभिलाष कछवाहा, भीम देवांगन, अजित बरगमे, ए के सोम, गोवर्धन सारथी, कमल मरार, गुलाब शर्मा, श्याम भोजवानी, अमित दुबे, अमित सोनी, संतोष साहू, रवि राज, कैलाश कुकरेजा, व मॉर्निंग वाकर्स ग्रुप के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।