रायगढ़, 20 नवम्बर 2024/ वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी आज रायगढ़ के किरोड़ीमल शास.कला एवं विज्ञान महाविद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह आपके जीवन का महत्वपूर्ण समय है। जिन्हें यह अहसास हो जाता है वह भविष्य निर्माण में आगे निकल जाता है। उन्होंने कहा कि अपने कैरियर के लिए इस 4 से 5 साल का बेहतर उपयोग करें। 10 वीं के बाद विषय चुनाव एवं 12 वीं के बाद बीए, बीकाम, बीएससी जैसे विषय लेकर पढ़ते है इस तरह आप जब 17 से 18 साल पढ़ाई के बाद जीवन में क्या करना है पता नहीं होता, इसके लिए आप सभी अभी से अपने भविष्य के लिए रणनीति एवं कैरियर प्लानिंग के साथ अपना लक्ष्य स्पष्ट कर भविष्य की मांग और संभावनाओं के साथ अपने आप को तैयार करें। इस अवसर पर कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव, निगम आयुक्त श्री बृजेश सिंह क्षत्रिय, प्राचार्य श्रीमती मनोरमा पाण्डेय सहित महाविद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कैरियर संबंधी शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी और अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य तय था और इसलिए गिनती की पढ़ाई पर विश्वास नहीं करते थे। इस दौरान उन्होंने अपने स्टॉक मार्केट एवं खेती के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें काफी पढ़ाई करनी पड़ी और यही लर्निंग उन्हें आज काम आ रही है। उन्होंने कहा कि आपको तय करना है क्या करना है क्या नहीं करना है इसके अलावा दूसरा विकल्प हो सकता आपको सभी को ध्यान में रख के कार्य करना है। इस दौरान वित्त मंत्री श्री चौधरी ने अपने पैशन को प्रोफेशन में बदलने के विकल्प के संबंध में भी जानकारी दी।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा आगामी 2047 तक इंडिया की इकोनॉमी में अभूतपूर्व ग्रोथ होगा और इसका लाभ सभी को मिलेगा। इकोनामी ग्रोथ का फायदा लेने के लिए बदलते वक्त व मांग के अनुसार आपको तैयार रहना होगा, तभी आप उस अवसर का लाभ ले सकते है। यही कारण है कि रायगढ़ में कोडिंग क्लास प्रारंभ करने के साथ ही नालंदा परिसर का निर्माण किया जा रहा है ताकि आप सभी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारियों के साथ ज्ञान वर्धन कर सके।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि यह महाविद्यालय जिले का पुराना एवं महत्वपूर्ण महाविद्यालय है। यहां आने का उद्देश्य डिग्री कॉलेज को मार्डन कॉलेज के रूप में विकसित करना है। ताकि कॉलेज में बेहतर लाइब्रेरी, लैब के साथ सर्व सुविधाएं सुनिश्चित हो सके और विद्यार्थियों को लर्निंग एवं सपोर्टिंग वातावरण मिल सके। इस दौरान उन्होंने महाविद्यालय के विद्यार्थियों से महाविद्यालय के मूलभूत आवश्यकताओं की जानकारी ली। महाविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने विभागवार अपनी मांग आवेदन दिए।