रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी जोरों पर है. किसान अपने धान को लेकर खरीदी केंद्र पहुंच रहे हैं. इस बीच छत्तीसगढ़ में दूसरे राज्यों के धान को खपाने के लिए कोचिए सक्रिय हो चुके हैं. दरअसल, छत्तीसगढ़ में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी और प्रति क्विंटल 3100 की दर से खरीदी की जा रही है. ऐसे में दूसरे राज्यों के धान को खपाने की कोशिश जारी है. इसपर रोक लगाने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
अब तक प्रदेश में 33 हज़ार 54 क्विंटल धान जब्त कर टास्क फोर्स ने कार्रवाई की है. साथ ही 86 गाडिय़ों को अवैध परिवहन करते हुए जप्त किया गया है। बता दें कि प्रदेशभर में धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए 273 अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट बनाए गए हैं. जहां चेक पोस्टों पर खाद्य, राजस्व, मंडी, कृषि विभाग की अधिकारी की टीम संयुक्त कार्रवाई कर रही है. सबसे ज्यादा 5 हजार 7 सौ 60 क्विंटल अवैध धान महासमुंद जिले से जप्त हुआ है. वहीं धमतरी जिले से 2 हजार 4 सौ 80 क्विंटल अवैध धान जप्त किया गया है। इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है. इसमें 1.45 लाख नए किसान शामिल हैं. इस वर्ष 2739 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 4 दिसंबर को 58468 किसानों से 2.67 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है. इसके लिए 66453 टोकन जारी किए गए थे. आगे की खरीदी के लिए 44349 टोकन जारी किए गए हैं. छत्तीसगढ़ में अब तक 26.04 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है. धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।
इस हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत कर सकते हैं किसान
राज्य सरकार धान उपार्जन केंद्रों में शिकायत एवं निवारण के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिसका नं. 0771-2425463 है. धान बेचने वाले कोई भी किसान इस हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं.
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