रायगढ़। रायगढ़ को अब अत्याधुनिक सुविधाओं और सेवाओं से लैस इंटर स्टेट बस स्टैण्ड की सौगात मिलने जा रही है। सरकार ने रायपुर की तर्ज पर रायगढ़ में भी बस स्टैण्ड बनाने की मंजूरी दी है। पुराने ट्रांसपोर्ट नगर बस स्टैण्ड का ही कायाकल्प किया जाएगा। इसका सेकंड टेंडर कॉल किया गया है। रायगढ़ शहर में एक अत्याधुनिक बस स्टैण्ड की सबसे ज्यादा दरकार है। कहने को केवड़ाबाड़ी बस स्टैण्ड और ट्रांसपोर्ट नगर बस स्टैण्ड हैं लेकिन दोनों जगहों पर सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। बसों की रेलमपेल ऐसी रहती है कि यात्री भी परेशान हो जाते हैं।केवड़ाबाड़ी बस स्टैण्ड शहर के बीच में होने के कारण शहर का यातायात प्रभावित होता है। प्राय: बसों के कारण ट्रैफिक जाम होता है। यहां इतनी जगह भी नहीं है कि अंतर्राज्यीय बसों को खड़ा किया जा सके।
रात्रिकालीन बसों को बड़ी मुश्किल से अंदर ले जाया जाता है। एक बस स्टैण्ड चक्रधर नगर में भी जहां से छोटी बसें रवाना होती हैं। लंबे समय से शहर के बाहर हाईवे पर एक विशाल बस स्टैण्ड की परिकल्पना पर काम हो रहा था। अब जाकर इसे मंजूरी दी गई है। शासन ने ट्रांसपोर्ट नगर बस अड्डे के उन्नयन को मंजूरी दी है। इसके लिए करीब 21 करोड़ की मंजूरी दी गई है। नगर निगम ने पहली बार टेंडर निकाला था तो केवल एक ही ठेकेदार ने रुचि दिखाई। अब दूसरी बार टेंडर कॉल किया गया है। सारंगढ़ बस स्टैण्ड को कायाकल्प करने के लिए करीब 20.74 करोड़ की अनुमानित लागत होगी। इस राशि से बस स्टैण्ड के आसपास दस एकड़ जमीन को विकसित किया जाएगा। यह जगह बस स्टैण्ड के लिए सही है क्योंकि यहां से शहर के अंदर गए बिना ही जशपुर की ओर भी जा सकते हैं। शहर के अंदर बसों की एंट्री रुक जाएगी।
शहर के अंदर के बस स्टैण्ड होंगे शिफ्ट
बसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक केंद्रीकृत बस स्टैण्ड बनाए जाने का प्रस्ताव लंबे समय से था। जनप्रतिनिधियों ने पहले इस ओर ध्यान नहीं दिया। अब वित्त मंत्री ओपी चौधरी के निर्देश पर इसका निर्माण करने के लिए दोबारा प्रयास हो रहे हैं। शहर के अंदर बसों की एंट्री से कई तरह की मुश्किलें हो रही हैं। यात्रियों की सुविधाओं के लिहाज से नया बस स्टैण्ड बनेगा।
ये होंगी सुविधाएं
अगले 30 साल के लिए इस बस स्टैण्ड को अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां बसों और यात्रियों की एंट्री के अलग-अलग रास्ते होंगे। एक साथ दस बसों को खड़ा करने के लिए स्टॉप बनेंगे। वहीं पीछे करीब 50 बसें खड़ी की जा सकेंगी। इसके अलावा सामने एक ग्रीन एरिया भी डेवलप किया जाएगा। ऑटोरिक्शा के लिए अलग स्टैण्ड होगा। यात्रियों के लिए अलग पार्किंग होगी। बीचोंबीच एक कॉम्पलेक्स भी बनाया जाएगा जहां बस संचालकों के अलग-अलग ऑफिस, भोजनालय व अन्य दुकानें होंगी। यहीं पर यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल भी होगा।



