
रायगढ़। जिले के नवपदस्थ कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा के साथ जिले में चल रही अधोसंरचनात्मक विकास के कार्य गुणवत्ता के साथ पूरे हों और शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन उनकी प्राथमिकताओं में रहेंगे। उक्त बातें उन्होंने प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि इसके पहले वे दंतेवाड़ा में कलेक्टर के पद पर कार्यरत थे। वहां की चुनौतियां और समस्याएं अलग थी। अब रायगढ़ जिले में काम करने का मौका मिला है। रायगढ़ एक बड़ा जिला है, यहां की समस्याएं भी अलग हैं। इन समस्याओं के निराकरण के लिए प्रशासनिक स्तर पर हर संभव प्रयास किया जाएगा। कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने लोगों से मिलकर उनके समस्याओं के निराकरण के सवाल पर कहा कि हर सप्ताह कलेक्टर जनदर्शन का आयोजन तो होता ही है। इसके साथ ही उनके कार्यालय में लोग आकर उनसे सीधे मुलाकात कर सकते हैं। उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों से कहा कि आपके माध्यम से जनसमस्याएं पहुंचती हैं। उनके निराकरण के लिए लगातार प्रयास किया जाएगा।
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने पूर्व में रायगढ़ में पदस्थापना के संबंध में बताया कि रायगढ़ से ही उन्होंने अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत की थी। यहां सहायक कलेक्टर के रूप में 2018-19 में काम करने का मौका मिला। अब यहां कलेक्टर के रूप में फिर से कार्य करने का अवसर मिला है तो नए दायित्व के साथ जिले के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे।
पिछले डेढ़ सालों में नक्सल प्रभावित जिले में काम करने के अनुभव के बारे में पूछने पर कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने बताया कि हमने प्रयास किया कि शासन की योजनाओं को लेकर लगातार लोगों के बीच पहुंचे और उन्हें योजनाओं से लाभान्वित करें। शासन प्रशासन के प्रयासों से वहां स्थितियों में तेजी से सुधार हुआ है।