छत्तीसगढ़ के बड़े अस्पतालों में नहीं होता आयुष्मान कार्ड से इलाज….बिलासपुर अपोलो अस्पताल पर भड़के विधायक ने खोला मोर्चा….मुफ्त इलाज महज छलावा, राजधानी रायपुर में भी यही हाल
रायगढ़। बिलासपुर अपोलो अस्पताल में आयुष्मान योजना से मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है। वहीं, अब मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत भी इलाज बंद कर दिया है। इससे नाराज बेलतरा विधायक ने अपोलो अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को दो टूक चेतावनी दी है कि मरीजों का सरकार की योजना के तहत इलाज शुरू करें, अन्यथा सरकारी जमीन पर बने अस्पताल को छोड़ दे। उन्होंने कहा कि मरीजों को योजना का लाभ नहीं देने पर आंदोलन किया जाएगा।
संभाग के सबसे बड़े मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल अपोलो में आयुष्मान योजना से मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है। इसके चलते गरीब मरीजों को अस्पताल की सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज करने की सहमति दी थी।
इसके तहत मरीजों का उपचार किया जा रहा था, लेकिन एक दिसंबर से मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज करना भी बंद कर दिया है। इसके चलते अब अपोलो अस्पताल में इस योजना के तहत डायलिसिस जैसी अति महत्वपूर्ण सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर गंभीर मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
डायलिसिस बंद करने से परेशान मरीज और उनके परिजनों ने सोमवार को बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला से शिकायत की और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज बंद करने की जानकारी दी। इससे नाराज विधायक शुक्ला अपोलो हॉस्पिटल पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने प्रबंधन से चर्चा की और दो टूक कहा कि जब शासकीय योजनाएं इस अस्पताल में लागू नहीं हो सकती, शासकीय योजनाओं का फायदा क्षेत्र की जनता को नहीं मिल सकता तो शासकीय जमीन पर बने अपोलो अस्पताल को भी अस्पताल खाली कर देनी चाहिए।
विधायक की नाराजगी देखकर अपोलो अस्पताल भी सरेंडर मोड में नजर आया और डायलिसिस की सेवा जारी रखने पर सहमति जताई। यहां बता दें कि पूरे छत्तीसगढ़ में कई बड़े अस्पतालों में यही हाल है। खासकर रायपुर के अधिकांश बड़े अस्पतालों में सरकार के मुफ्त इलाज योजना को अघोषित तौर पर बंद कर दिया गया है। अस्पतालों के विज्ञापन वाले बैनर पोस्टर में जरूर यह नजर आता है।