रायगढ़ में इस बार प्रकाश Vs प्रकाश…या कोई और, रायगढ़ के साथ चंद्रपुर भी बना हॉट सीट..कांग्रेस का सिरदर्द बढ़ा सकती है भाजपा की यह रणनीति
रायगढ़। विधानसभा चुनाव को अब गिनती के दिन रह गए हैं ऐसे में छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आसीन होने नए-नए प्रयोगों के साथ प्रत्याशियों का चयन कर रही है इस बार भाजपा सभी सीटों पर चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशियों का चयन कुछ इस तरह कर रही है कि फिर से वह सत्ता की कुर्सी में कब्जा कर सके। भाजपा की इसी रणनीति की वजह से इस बार चुनाव के पहले ही रायगढ़ और चंद्रपुर विधानसभा हॉट सीट बन गया है।
रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा इस बार कांग्रेस के प्रकाश नायक को टक्कर देने के लिए प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ प्रकाश कुमार मिश्रा पर दांव खेल सकती है। लेकिन इससे पहले ओपी चौधरी को पार्टी सेट करना चाहती है या तो ओपी चौधरी को चंद्रपुर विधानसभा सीट से लड़ाया जा सकता है या फिर ओपी चौधरी की सहमति पर उन्हें रायगढ़ से चुनाव लड़ाया जा सकता है।
इधर राजनीति से जुड़े सूत्रों का स्पष्ट कहना है इस बार रायगढ़ विधानसभा में प्रकाश वर्सेस प्रकाश होने वाला है यानी डॉक्टर प्रकाश मिश्रा को टिकट मिलना तय माना जा रहा है। डॉ प्रकाश मिश्रा ने भी मौका मिलने पर चुनाव लड़ने की बात कह कर राजनीति में खलबली मचा दी है। ऐसे में भाजपा से टिकट की दावेदारी करने वाले दर्जन भर चेहरों में मायूसी की लहर देखने को मिल रही है। हालांकि यह बात भी कहीं जा रही है कि यदि रायगढ़ विधानसभा से डॉक्टर प्रकाश मिश्रा को टिकट दिया जाता है तो पार्टी में गुटबाजी बहुत हद तक कम होगी। वरन किसी अन्य को टिकट दिया जाता है तो भाजपा में काफी हद तक गुटबाजी का प्रकोप देखने को मिल सकता है। ऐसे में चंद्रपुर सीट से ओपी चौधरी को चुनाव लड़ाने माहौल बनाया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए पार्टी के आला नेता जूदेव परिवार के सम्पर्क में हैं यदि वे उन्हें मनाने में कामयाब होते हैं तो चंदपुर से ओपी का लड़ना तय माना जा रहा है।
हालांकि रायगढ़ विधानसभा का जो विश्लेषण किया जा रहा है उसमें ओपी चौधरी और डॉक्टर प्रकाश मिश्रा दोनों ही बेहतर कैंडिडेट माने जा रहे हैं यानी कांग्रेस को टक्कर देने में डॉक्टर मिश्रा और ओपी चौधरी एक सशक्त नाम हो सकते हैं। यदि दोनों नाम पर किसी तरह सहमति नहीं भी बनती तब पूर्व विधायक विजय अग्रवाल को टिकट देना पार्टी की मजबूरी होगी। क्योंकि ओपी और डॉ मिश्रा के बाद सशक्त दावेदारों में किसी का नाम आता है तो वह विजय का ही है।
अब यह आने वाला समय ही बताएगा की भाजपा रायगढ़ से ओपी चौधरी को लड़ाना चाहती है या डॉक्टर पीके मिश्रा को। लेकिन डॉक्टर प्रकाश मिश्रा का नाम चलने से अब रायगढ़ में राजनीतिक उथल-पुथल दोनों ही पार्टी में मच गई है। भाजपा में जहां दावेदारी कर रहे लोगों में मायूसी है तो वही कांग्रेस में चुनाव को लेकर खलबली मच गया है। प्रकाश मिश्रा, ओपी चौधरी या विजय अग्रवाल में से किसी को भी टिकट मिलता है तो कांग्रेस के लिए यह चुनौती साबित होगी। यही वजह है कि कांग्रेस अब आने वाले दिनों में भाजपा द्वारा जारी की जाने वाली अगली प्रत्याशियों की लिस्ट पर नजर बनाये हुई है। इधर मतदाताओं के बीच भी यह बात चल रही है की रायगढ़ और चंद्रपुर विधानसभा चुनाव इस बार हॉट सीट साबित होगा। दोनों ही पार्टी में रायगढ़ के संदर्भ में लगातार बैठके राजधानी से लेकर दिल्ली तक जारी है।