रायगढ़। जिले में सडक़ की बदहाली को लेकर ग्रामीणों ने एक बार फिर आंदोलन किया। इस बार गेरवानी से सराईपाली जाने वाली सडक़ पर देलारी गांव के पास ग्रामीणों ने सोमवार सुबह 8 बजे से चक्काजाम शुरू कर दिया। करीब पांच घंटे तक सडक़ पूरी तरह से बंद रही, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
दरअसल, गेरवानी से सराईपाली तक कई उद्योग संचालित होते हैं। भारी वाहनों की आवाजाही से सडक़ की हालत खस्ताहाल हो चुकी है। 7 किलोमीटर तक जगह-जगह गड्ढे हैं। बारिश में गड्ढों में पानी भर जाने से हादसे भी हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी कई बार मांग उठाई गई, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली।
ग्रामीणों ने बताया कि, सडक़ की खराब हालत के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। एक युवक का हाथ टूट चुका है, वहीं अक्सर बाइक सवार गिरकर घायल हो जाते हैं। रात के समय सडक़ पर गड्ढे और ज्यादा खतरा पैदा करते हैं।
10 से ज्यादा गांव के लोग प्रभावित
इस जर्जर सडक़ से गेरवानी, शिवपुर, पाली, देलारी, सराईपाली, गौरमुड़ी, गदगांव, हर्राडीह समेत 10 से अधिक गांवों के लोग रोजाना गुजरते हैं। स्कूली बच्चों को भी इसी रास्ते से स्कूल आना-जाना पड़ता है, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई है। देलारी गांव के सरपंच वीरेंद्र चौहान ने बताया कि, करीब 5 साल पहले इस रोड पर डमरीकरण किया गया था। इसके बाद एक बार भी इसका मरम्मत नहीं हुआ। आश्वासन के बाद चक्काजाम तो समाप्त हो गया, लेकिन सडक़ निर्माण शुरू होने तक अभी ग्रामीण यहीं हैं।
प्रशासन से आश्वासन के बाद खत्म हुआ आंदोलन
जानकारी मिलने पर तहसीलदार और पूंजीपथरा पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूंजीपथरा थाना प्रभारी राकेश मिश्रा ने बताया कि, अधिकारियों ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि सडक़ निर्माण कार्य जल्द शुरू कराया जाएगा। इसके बाद दोपहर करीब 1 बजे चक्काजाम समाप्त हुआ।