समितियों से साठगांठ के बाद अधिकारियों ने बोगस धान खरीदी का मामला दबाया…किसी भी समिति पर नहीं हुई कार्रवाई, नई कलेक्टर से कार्रवाई की उम्मीद
रायगढ़। लैलूंगा के राजपुर और झगरपुर सोसायटी में बोगस रकबा के एंट्री की पुष्टि जांच रिपोर्ट में हो चुकी है, समिति के पदाधिकारियों ने अलग-अलग तरीके से बोगस रकबा से लाभ उठाया है। जांच रिपोर्ट पेश होने के बाद भी अब तक समितियों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।
लैलूंगा के राजपुर और झगरपुर सोसायटी में बोगस रकबा एंट्री कर गड़बड़ी करने की शिकायत पूर्व कलेक्टर भीम सिंह से की गई थी। कलेक्टर के निर्देश पर इसमें जांच शुरू हुआ लेकिन जांच को अदिकरियों ने समिति संचालकों से सांठगांठ कर दबा दिया। करीब माह भर बाद जांच रिपोर्ट तैयार हुई जो कि विभिन्न विभागों के माध्यम से होकर उच्च अधिकारियों तक पहुंची। दोनो ही सोसायटी की जांच रिपोर्ट में गौर किया जाए तो बोगस रकबा एंट्री करने की पुष्टि हुई है। साथ ही उक्त बोगस रकबा से शासन को चूना लगाते हुए अपना लाभ अर्जित किया गया है। एंट्री किए गए बोगस रकबा किसानों के नाम पर धान दिखाकर पहले तो भुगतान कर दिया गया और बाद में उक्त किसान से राशि समिति के पदाधिकारी ले लिए। इतना नहीं झगरपुर सोसायटी में तो ऐसे व्यक्ति का पंजीयन किया गया है जिसका कृषि जमीन ही नहीं है और उसके खाते में भुगतान दिखाया गया गया है। कुल मिलाकर देखा जाए तो अलग-अलग तरीके से बोगस रकबे के माध्यम से शासन को चूना लगाया गया है। दोनो समिति की जांच रिपोर्ट पेश हुए करीब पखवाड़े भर से अधिक समय बीत गया लेकिन अब तक इस मामले में किसी प्रकार की कार्रवाई समिति के पदाधिकारियों पर नहीं किया गया है। अब जिले में नई कलेक्टर की पोस्टिंग हो गई है। ऐसे में उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे शासन को चूना लगाने वाले समितियों पर कार्रवाई करेंगे।
और भी हैं दागी समितियां, इनसे भी की गई वसूली
लैलूंगा के लारीपानी, जतरी और सारंगढ़ के गाताडीह, छिंद सेवा सहकारी समिति में भी कुछ इसी तरह से गड़बड़ी करने की बातें सामने आ रही है। सेवा सहकारी समितियों में पंजीकृत किसानों के रकबे का सही तरीके से जांच होने पर और भी बड़ी गड़बड़ी सामने आ सकती है।
फर्जी खाद ऋण पर भी कोई कार्रवाई नहीं
सारंगढ़ के गाताडीह, छिंद सोसायटी में किसानों के बगैर सहमति के फर्जी तरीके से ऋण जारी दिखाकर खाद की हेरा-फेरी करने के शिकायत की पुष्टि भी अपैक्स बैंक के जांच रिपोर्ट में हो चुकी है , लेकिन इस मामले में भी अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।